२०० लोग जाँबहक हो गये १६ वीर शहीद हो गये परन्तु एक भी नेता नहीं मरा और न ही घायल हुआ। राज और बाल दोनो ठाकरे घरों में दुबके रहे। जो आये भी वो अपनी - अपनी रोटियाँ सेंकते नजर आये। शहीदों और मौत की अगोश में गये बेगुनाह लोगों के प्रति अपनी श्रद्धाञ्जलि अर्पित करते समय एक मोमबत्ती नेताओं की दिवंगत आत्माओं की इस देश से मुक्ति के लिये भी जलायें। इनके लिये विश्व एड्स दिवस पर हमारी और आपकी हार्दिक शुभकामनायें।
इस सन्देश कॊ देश के कॊने - कोने में न पहुँचा कर चौराहे - चौराहे पर पहुँचायें । क्योंकि कोनें में गयी चीज कोनें मे ही रह जाती है।
अफ़्सोस सहित
आपका
अमिताभ
गीत -- जग तू मुझे अकेला कर दे।
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जग तू मुझे अकेला कर दे।
इच्छा और अपेक्षाओं में
स्वार्थ परार्थ कामनाओं में
श्लिष्ट हुआ मन अकुलाता ज्यों
नौका वर्तुल धाराओं में
सूना कर दे मानस का त...
3 years ago